Accounting, लेखाशास्त्र क्यों और कैसे. जब लेखापालों को कोई समस्या अनुभव हुई उन्होंने समस्याओं का हल ढूंढ निकाला उस हल को अन्य लेखपालों की स्वीकृति मिल गई तो यह नियम या सिद्धांत बन गया और जब इन्हें मान्यता प्राप्त हो गई तो यह नियम की अवधारणा के नाम से विख्यात हुए । लेखाशास्त्र मानव द्वारा निर्मित विज्ञान होने के कारण इसके सिद्धांत भी मानव निर्मित ही हैं इस विज्ञान में कुछ सिद्धांतों निश्चित है अब कुछ अनिश्चित हैं जिनके बारे में लेखपालों में मतैक्य नहीं है यह निश्चित सिद्धांत परिस्थितियों एवं आवश्यकतानुसार अपनाया छोड़े जा सकते हैं अथवा समय और परिस्थिति अनुसार परिवर्तित भी किए जा सकते हैं। Accounting लेखाशास्त्र के सिद्धांत अन्य प्राकृतिक विज्ञानों के सिद्धांतों के सम्मान पूर्णतया सही निश्चित समय सिद्धासन मान्य नहीं है और ना ही इनकी प्रमाणिकता की जांच प्रयोगशाला में प्रयोगों के द्वारा की जा सकती है लेखा विधि के सिद्धांत व व्यापक स्वीकृति के आधार पर ही अपये जाते हैं ना कि सर्व मान्यता के आधार पर व्यापक स्वीकृति का आधार निम्न कसौटियों पर सही उ...
भारत एक कृषि प्रधान देश है यहां के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि है भूमि निश्चित ही कृषि उत्पादन का एक साधन है भूमि पर कृषि कार्य करने के लिए किसान को अनेक प्रकार की वस्तुओं की आवश्यकता पड़ती है जिन्हें कृषि Inputs कहते है। Main Agriculture inputs 1. तकनीकी जानकारी - तकनीकी जानकारी कृषि क्षेत्र की प्रथम निविषिृ है। दूसरे शब्दों में कृषि कार्य करने के लिए कृषि के ढंग एवं विधियों का ज्ञान आवश्यक है कृषि चाहे परंपरागत ढंग से की जाए अथवा आधुनिक ढंग से कृषि कार्य करने की उचित जानकारी होना आवश्यक है उदाहरण के लिए खेती की आधुनिक विधियों का प्रयोग करने के लिए किसान को बीज के प्रकारों उर्वरकों फसल प्रबंधन जल प्रबंध भंडारण फसल बीमा विपणन आदि के बारे में जानकारी होनी आवश्यक है। 2. स्वयं का श्रम - इसका अर्थ है कृषक का स्वयं का एवं उसके परिवार के सदस्यों का श्रम दूसरे शब्दों में कृषक कृषि कार्य में अपना व अपने परिवार के अन्य सदस्यों के श्रम का उपयोग करता है यहां तक कि इनकी संख्या कार्य की आवश्यकता से भी अधिक हो जाती है यह श्रम की कृषि में अदृश्य बेरोजगारी का कारण बनता है। ...