What is business Communications? संप्रेषण क्या है?
business Communications
संचार के विभिन्न विद्वानों द्वारा दी गई परिभाषा के आधार पर संचार के मुख्य तत्व स्पष्ट होते हैं यह इस प्रकार हैं
1 संदेश भेजने वाला या प्रेषक - संचार प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण अंग वह व्यक्ति होता है जो सूचना या संवाद देता है इस प्रकार प्रेषक से तात्पर्य संवाद देने वाले से है पूर्ण एवं सही संचार के लिए यह आवश्यक है कि संवाद प्रेषक के मस्तिष्क में स्पष्ट होना चाहिए !
2 संदेश प्राप्त करने वाला - संप्रेषण प्रक्रिया में संदेश प्राप्त करने वाला दूसरा सर्वाधिक महत्वपूर्ण पक्ष होता है संदेश प्राप्त करने वाले के अभाव में संप्रेषण प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकती है संदेश प्राप्त करने वाला ने केवल संदेश का प्राप्तकर्ता ही होता है वरन संदेश की व्याख्या भी करता है तथा संदेश में निहित अर्थ को भी समझता है !
3 संदेश या संवाद- संवाद से तात्पर्य विचार या सूचना से है जो संवाददाता द्वारा संवाद प्राप्त करता को प्रेषित की जाती है संवाद से वही अर्थ स्पष्ट होना चाहिए जो संवाददाता या संचारक के मस्तिष्क में है यदि संवाद प्राप्त करता संवाद को उसी अर्थ में नहीं समझ पाता जो संचारक का है तो इसे संचार नहीं कहा जा सकता !
4 संदेश का माध्यम - संदेश माध्यम से आशय उस साधन से लगाया जाता है जिसके द्वारा संदेश का संप्रेषण क्या जाता है संवाददाता को विभिन्न संचार माध्यमों में से किसी एक माध्यम का चुनाव करना पड़ता है मौखिक संप्रेषण के अंतर्गत विभिन्न माध्यम जैसे टेलीफोन,आमने-सामने,सेमिनार,विचार गोष्ठियों आदि को सम्मिलित किया जाता है जबकि लिखित संप्रेषण में पत्र व्यवहार इंटरनेट एवं ईमेल आदि का प्रयोग किया जा सकता है !
5 प्रतिक्रिया- संप्रेषण का उद्देश्य केवल सूचना देना होता है बल्कि व्यवसाय में इसके अनुसार कार्यवाही करने के लिए प्रेरित करना होता है संदेश प्राप्तकर्ता द्वारा कोई कार्यवाही करना संदेश के प्रति उसकी प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है अतः संप्रेषण को प्रभावित करने के लिए प्रतिक्रिया का अनुमान करना आवश्यक होता है !